-: तंत्र मंत्र की कहानी :-
(तांत्रिक बुआ की पिशाच साधना)
तंत्र साधना के लाभ को देखकर अधिकांश लोगों का मन विचलित हो जाता है और बाहरी क्रियाकलापों की सरलता को देखते हुए कोई भी तंत्र साधना करने के लिए तैयार हो जाता हैं।
किंतु आपको यह जान लेना चाहिए कि तंत्र जितना सरल दिखता है उतना असल में है नहीं, तंत्र उस भीषण जंगल से जाने का रास्ता हैं।
जो दूर से तो बहुत सुंदर और सुहाना लगता है किंतु जब उस में प्रवेश किया जाता है तो उसकी भयानकता का एहसास होता हैं।
तंत्र की अनेक कठिनाइयों को देखते हुए विद्वान तंत्र आचार्यों ने ग्रंथों को अलंकारिक भाषा में लिखा जिसे केवल आधिकारिक पात्र ही समझ सके।
अतः तंत्र ग्रंथों में जहां-तहां विधियाँ मिलती हैं वह फलित नहीं होती क्योंकि कोई भी विधि पूर्ण रूप से लिखी हुई नहीं है इसलिए तंत्र का महान विज्ञान सालों से गुरु शिष्य परंपरा का अस्तित्व बनाए हुए हैं।
अतः किसी को आवेश में आकर के किसी योग्य मार्गदर्शक के अभाव में किसी तंत्र साधना का अभ्यास नहीं करना चाहिए अन्यथा इसका परिणाम बुरा हो सकता है कितना बुरा हो सकता है यह आप इस घटना (तंत्र मंत्र की कहानी) से जान जाएंगे।
एक बार मैं अपनी मां से जादू टोने से संबंधित कोई बात कर रहा था तो उन्होंने बताया यह तंत्र मंत्र ठीक नहीं है मैंने पूछा क्यों ठीक नहीं हैं।
तो मां ने अपनी बुआ मां की एक घटना सुनाई मेरी मां की बुआ मां ससुराल में झगड़ा होने की वजह से अपने मायके चली आई मेरे नाना सहित चार भाई थे।
किंतु कुछ ही दिनों बाद सभी भाई अलग अलग होने लगे तो मेरी मां की बुआ मां मेरे नाना जी के साथ रहने लगी थोड़े दिनों बाद उन्होंने स्वेच्छा से अलग रहने की इच्छा व्यक्त की तो नाना जी ने उनको रहने के लिए एक अलग से घर दे दिया।
जिसमें वह अकेली रहने लगी मेरी मां बताती है कि उसकी बुआ मां उसे नई नई कहानियां सुनाती थी जिनमें बहुत सी कहानियां मेरी मां ने मुझे भी सुनाई है।
जिनमें से अधिकांश कहानियां पुराने समय की दंत कथाएं हैं जो उसे समय बहुत प्रचलित थी यह कथाएं उस समय के सामाजिक व धार्मिक जीवन का परिचय देते हैं।
मेरी मां ने बताया की बुआ जी तंत्र मंत्र में बहुत विश्वास करती थी एक दिन गांव में एक तांत्रिक बाबा आया बुआजी ने उसे भोजन कराया।
इसी बीच बुआ ने तांत्रिक बाबा से तंत्र मंत्र की रहस्य पूछे तो उस बाबा ने बुआ को तंत्र की एक मसान की पिशाच की सिद्धि की एक विधि बताई।
किंतु बाबा जी ने बुआ जी को स्पष्ट कह दिया था कि यदि मसान के पिशाच को सिद्ध करना है तो मन पर कठोर नियंत्रण होना होगा साथ ही यदि हो सके तो तंत्र साधना के समय दो रक्षकों को साथ रखा जाए।
बुआ ने पूरी विधि पूछ ली तांत्रिक बाबा आशीर्वाद देकर चले गए एक दिन बुआ जी दो रक्षकों को लेकर निश्चित समय पर श्मशान में पहुंच गई।
जैसे ही बुआ जी ने तेल का दीपक जलाकर पिशाच का आवाहन किया तुरंत तेज हवाएं चलने लगी बुआ जी जिन दो अंग रक्षकों को लेकर गई थी वे कमजोर मानसिकता के थे।
अतः कांपने लगे किंतु जैसे तैसे डटे रहे बुआ ने पिशाच की पूजा करके तांत्रिक के बताएं मंत्र का जाप शुरू किया मंत्र का जाप चल ही रहा था कि हवाये और तेज हो गई जिन दो अंगरक्षकों को लेकर बुआ आई थी।
वे अब बहुत अधिक डर चुके थे भयंकर हवाओं व आंधियों के बावजूद वह पसीने से भीगने लगे वह निश्चय कर चुके थे कि वह बुढ़िया मरे तो मरे हम तो चले और वह वहां से भाग लिये।
उनके भागने से बुआ के मन में संकोच आ गया वह बीच साधना में पहुंच चुकी थी किंतु अपने मन को तैयार नहीं कर पा रही थी वह स्वयं भी अब बहुत डर चुकी थी।
उन्होंने भी साधना छोड़कर भागने का निश्चय किया किंतु जैसे ही वह साधना से उठी शमशान का पिशाच प्रकट हुआ उसके पश्चात सुबह लोगों ने देखा कि बुआ परलोक सुधार चुकी थी।
पिशाच ने उनके साथ क्या किया कोई नहीं जानता या फिर वह अपने ही डर से काल के गाल में समा गई।
असल में तंत्र इतना सरल नहीं जितना हम लोग समझते हैं बुआ की पहली गलती थी की बिना खुद को मजबूत बनाएं तंत्र साधना के समुद्र में कूद पड़ी।
दूसरी गलती थी रक्षकों का गलत चुनाव। असल में रक्षक अगर डर कर नहीं भागते तो कोई कारण नहीं था कि बुआ के मन में कोई संकोच होता यदि संकोच और डर नहीं होता तो वह साधना भी नहीं छोड़ती और फिर यह सब भी नहीं होता।
इसे कहते हैं पात्रता के अभाव में साधना की दुष्परिणाम तंत्र एक स्वतंत्र विज्ञान है विज्ञान में विनाश और विकास दोनों का सामर्थ्य होता है।
आधुनिक आविष्कार और परमाणु अविष्कार जैसे घातक हथियार इसके प्रत्यक्ष उदाहरण है बेशक तंत्र बहुत ही लाभदायक हो सकता है।
किंतु उसकी विधि व्यवस्था को समझे बिना साधना समर में कूदना मौत को गले लगाना हैं। इसलिए योग्य मार्ग का चैन करना और एक सफल गुरु के बिना यह सब करना उचित नही है।
तो दोस्तों! मैं उम्मीद करता हूँ कि ये कहानी- तंत्र मंत्र की कहानी (तांत्रिक बुआ की पिशाच साधना) आपको अच्छी लगी होगी। इसी तरह की अन्य कहानियां पढ़ने के लिए आप नीचे दिए गए लिंक जरूर follow करें।
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