हैलो दोस्तों, आपने ब्लैक होल का नाम तो सुना ही होगा और शायद इसके बारे में कही पढ़ा भी होगा परन्तु यदि आप नहीं जानते कि ब्लैक होल क्या है What is black hole? तो आप इस पोस्ट को जरूर पढ़े क्यूंकि इस पोस्ट में मैं आपको बताऊंगा कि ब्लैक होल क्या है What is black hole| ब्लैक होल का जन्म और अंत कैसे होता है| ब्लैक होल के रहस्य क्या है । तो आईये अब हम इसके बारे में विस्तार से जानते है।
ब्लैक होल तीन प्रकार के होते है:
इस विस्फोट में तारे की बाहरी परत अंतरिक्ष में बिखर जाती है और तारे का बचा हुआ अवशेष अपने प्रचंड के गुरुत्व के कारण अपने आप में सुकड़ने लगता है और सिकुड़कर एक छोटे से पिंड में बदल जाता है परन्तु तब इसका गुरुत्व इतना ज्यादा हो जाता है कि ये अपने आस पास आने वाली हर एक चीज को निगलने लगता है। ये ताकत इतनी ज्यादा होती है कि प्रकाश भी इसके अंदर से बाहर नहीं निकल पाता है।
हालाँकि ये जरुरी नहीं है कि मरने के बाद सभी तारे ब्लैक होल बने। प्रत्येक गैलेक्सी के केंद्र में एक विशाल ब्लैक होल होता है। हमारी आकाशगंगा मिल्कीवे के अंदर भी हजारो ब्लैक हॉल होने का अनुमान लगाया जा चुका है।
ब्लैक होल के अस्तित्व को लेकर अभी तक वैज्ञानिक सिर्फ कल्पना ही करते आ रहे थे परन्तु अभी हाल ही में 10 अप्रैल 2019 में ब्लैक हॉल की पहली तस्वीर जारी हुई जो एक सुपर मैसिव ब्लैक होल की है जो M87 गैलेक्सी में स्थित है और ये गैलेक्सी हमसे 53.5 मिलियन प्रकाशवर्ष दूर है।
इस तस्वीर के बीच में जो काला धब्बा दिखाई दे रहा है वो ही ब्लैक होल है। ये ही दुनिया की एकमात्र और असली ब्लैक होल की इमेज है। इसके अलावा आपने ब्लैक होल की अब तक जितनी भी इमेज देखि होंगी वो सब मात्र कल्पना पर आधारित ही बनायीं गई है जो कि असली नहीं है।
इस प्रकार जब इसकी सारी ऊर्जा रेडिएशन के रूप में बाहर निकल जाती है तब इसका भी अंत हो जाता है। हालाँकि इस प्रक्रिया में भी अरबो साल लग जाते है तब तक दूसरे ब्लैक होल जन्म ले चुके होते है और फिर लगातार ये प्रक्रिया चलती रहती है।
आखिर में,
तो दोस्तों अपने इस पोस्ट में ये जाना कि ब्लैक हॉल क्या होते है What is Black Hole? और इसके रहस्य क्या है। ब्लैक होल की ये जानकारी अगर आपको पसंद आयी हो तो इसे अपने दोस्तों को जरूर शेयर करे और यदि आपके सवाल या सुझाव हो तो वो भी हमे कमेंट करके जरूर बताये।
इस पोस्ट को पढने के लिए आपका धन्यवाद।
आप ये भी पढ़े
# सौरमण्डल की रोचक जानकारी
# ग्लोबल वार्मिंग क्या है, ईसके कारण और समाधान जानिये
![]() |
black hole kya hai | black hole ke rahasya |
ब्लैक होल क्या है What is black hole?
ब्लैक होल कोई छेद नहीं है बल्कि ये एक ऐसा अद्रश्य आकाशीय पिंड होता है जो प्रचंड गुरुत्व के कारण अपने आस पास मौजूद सभी खगोलीय वस्तुओ को निगल जाता है। जैसा कि नाम से पता चल रह है कि यह बिलकुल काले रंग का होता है परन्तु इसे हम अपनी आँखों से देख नहीं सकते क्यूंकि रौशनी की कोई भी किरण इसके पास जाकर वापस नहीं आ पाती है।ब्लैक होल तीन प्रकार के होते है:
- Steller Black Hole
- Super Massive Black Hole
- Miniature Black Hole
ब्लैक होल की खोज कैसे हुई?
ब्लैक हॉल का सिद्धांत दुनिया में पहली बार 1783 में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के जॉन मिशेल ने लंदन की रॉयल सोसाइटी में अपने पेपर में लिखा था। उस पेपर में जॉन ने डार्क तारे के बारे में लिखा था कि ये अपने नजदीक आने वाली हर चीज को निगल जाते है, यहाँ तक की प्रकाश भी इसमें खो जाता है।ब्लैक होल कैसे बनते है ?
वैज्ञानिको के अनुसार ये ब्लैक होल ही ब्रह्माण्ड को चलने वाले इंजन है। ब्लैक होल मृत तारो के अवशेष होते है यानि जब सूरज जैसा बड़ा तारा अपनी सम्पूर्ण ऊर्जा को प्रयोग करने के बाद अंतिम सांस ले रहा होता है तब प्रचंड रौशनी के साथ उसमे एक महाविस्फोट होता है जिसे सुपरनोवा कहा जाता है। इस धमाके की चमक अरबो मील दूर तक देखी जा सकती है।इस विस्फोट में तारे की बाहरी परत अंतरिक्ष में बिखर जाती है और तारे का बचा हुआ अवशेष अपने प्रचंड के गुरुत्व के कारण अपने आप में सुकड़ने लगता है और सिकुड़कर एक छोटे से पिंड में बदल जाता है परन्तु तब इसका गुरुत्व इतना ज्यादा हो जाता है कि ये अपने आस पास आने वाली हर एक चीज को निगलने लगता है। ये ताकत इतनी ज्यादा होती है कि प्रकाश भी इसके अंदर से बाहर नहीं निकल पाता है।
हालाँकि ये जरुरी नहीं है कि मरने के बाद सभी तारे ब्लैक होल बने। प्रत्येक गैलेक्सी के केंद्र में एक विशाल ब्लैक होल होता है। हमारी आकाशगंगा मिल्कीवे के अंदर भी हजारो ब्लैक हॉल होने का अनुमान लगाया जा चुका है।
ब्लैक होल का पता कैसे चलता है?
आप सोच रहे होंगे कि जब ब्लैक होल दीखता ही नहीं है तो इसका पता कैसे चलता है। वैज्ञानिक इसका पता इसके गुरुत्व क्षेत्र के बाहर मौजूद रौशनी के गोल घेरे को देखकर ही लगा सकते है जिसे Event Horizon कहा जाता है।ब्लैक होल के अस्तित्व को लेकर अभी तक वैज्ञानिक सिर्फ कल्पना ही करते आ रहे थे परन्तु अभी हाल ही में 10 अप्रैल 2019 में ब्लैक हॉल की पहली तस्वीर जारी हुई जो एक सुपर मैसिव ब्लैक होल की है जो M87 गैलेक्सी में स्थित है और ये गैलेक्सी हमसे 53.5 मिलियन प्रकाशवर्ष दूर है।
इस तस्वीर के बीच में जो काला धब्बा दिखाई दे रहा है वो ही ब्लैक होल है। ये ही दुनिया की एकमात्र और असली ब्लैक होल की इमेज है। इसके अलावा आपने ब्लैक होल की अब तक जितनी भी इमेज देखि होंगी वो सब मात्र कल्पना पर आधारित ही बनायीं गई है जो कि असली नहीं है।
![]() |
Image source: https://www.eso.org/public/images/eso1907a/ |
ब्लैक होल ब्रह्माण्ड के इंजन होते है:
अब तक की रिसर्च के अनुसार ब्लैक होल एक विशालकाय इंजन की तरह काम करने लगते है जो अपने आसपास की चीजों को खाकर और ज्यादा बड़े और शक्तिशाली होते जाते है। इन्ही से ये सारा ब्रह्माण्ड चलायमान है।ब्लैक होल का अंत कैसे होता है?
इस ब्रह्माण्ड में सभी का अंत निश्चित है तो ठीक इसी प्रकार एक दिन ब्लैक होल का भी अंत होता है। हालाँकि जितनी प्रचंडता के साथ इसका जन्म होता है उतना ही खामोश इसका अंत होता है क्यूंकि ब्लैक होल धीरे धीरे अपने अंदर जितने भी ऑब्जेक्ट को निगलता जाता है ये उस ऑब्जेक्ट को ऊर्जा में बदलकर बाहर फेकता जाता है।इस प्रकार जब इसकी सारी ऊर्जा रेडिएशन के रूप में बाहर निकल जाती है तब इसका भी अंत हो जाता है। हालाँकि इस प्रक्रिया में भी अरबो साल लग जाते है तब तक दूसरे ब्लैक होल जन्म ले चुके होते है और फिर लगातार ये प्रक्रिया चलती रहती है।
आखिर में,
तो दोस्तों अपने इस पोस्ट में ये जाना कि ब्लैक हॉल क्या होते है What is Black Hole? और इसके रहस्य क्या है। ब्लैक होल की ये जानकारी अगर आपको पसंद आयी हो तो इसे अपने दोस्तों को जरूर शेयर करे और यदि आपके सवाल या सुझाव हो तो वो भी हमे कमेंट करके जरूर बताये।
इस पोस्ट को पढने के लिए आपका धन्यवाद।
आप ये भी पढ़े
# सौरमण्डल की रोचक जानकारी
# ग्लोबल वार्मिंग क्या है, ईसके कारण और समाधान जानिये
Thanks for Comment ConversionConversion EmoticonEmoticon