आपने शायद कभी न कभी Demat Account या trading account के बारे में भी जरूर सुना होगा। अगर आप नहीं जानते कि डीमैट अकाउंट क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? तो आप ये आर्टिकल जरूर पढ़े।

साथ ही इसमें आप जानेंगे कि डीमैट एवं ट्रेडिंग खाते के बीच अंतर क्या हैं और Demat Account kaise khole? तो चलिए विस्तार से जानते हैं: (difference between demat and trading account in hindi)

डीमैट अकाउंट क्या है?

जब से Internet का दौर शुरू हुआ हैं तब से Share Market के काम करने का तरीका भी बिलुकल चेंज हो चुका हैं। इसके पहले Share Market का सारा काम Offline ही होता था।

तब शेयर मार्केट में Shares बेचने और खरीदने का काम पूरी तरह से Offline यानि कागजों के जरिये ही होता था। यानि ये पूरी तरह से Physical Trading होती थी।

तब उस दौर में शेयर बेचने वाले Seller अपने Shares के Physical Certificates के साथ और Buyers अपने साथ Cash (नकदी) लेकर Stock Exchange के पास जाते थे।

और तब उन्हें लम्बी लम्बी lines में लगना पड़ता था। इस प्रकार इस प्रक्रिया में बहुत ज्यादा समय लग जाता था और ये बहुत ज्यादा risky भी था क्यूंकि इसमें shares के खो जाने, कटने, फटने, गलने और चोरी हो जाने का भी डर रहता था।

इसके साथ ही तब buyers और sellers दोनों को Stock Exchange पर जाना पड़ता था या उन्हें अपने Stock Broker को ये बताना पड़ता था। तब ही शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया पूरी हो पाती थी।

लेकिन अब जब Internet का जमाना हैं तो ऐसे में share market का सारा काम भी अब online ही हो चूका हैं। अब शेयर खरीदने और बेचने का सारा काम भी Online ही होने लगा हैं।

अब Shares भी Physical की जगह Digital Form आ गए हैं। तो अब Online Trading करने और अपने ख़रीदे गए Shares स्टोर (जमा) रखने के लिए Trading Account और Demat Account का Concept लाया गया हैं।

इसलिए stock market में ट्रेडिंग करने यानि शेयर खरीदने और बेचने के लिए अब Digital Accounts की जरूरत होती हैं जो दो प्रकार के होते हैं जिनमें से एक Demat Account और दूसरा Trading Account होता हैं।

Demat Account एक digital wallet की तरह होता हैं जिसमें ख़रीदे गए shares स्टोर करके रखे जाते हैं लेकिन इसके द्वारा शेयर्स buy और sell नहीं किये जा सकते। इस काम के लिए एक trading account की जरुरत होती हैं। Trading Account के बारे में हम आगे चर्चा करेंगे।

डीमैट अकाउंट के फायदे:

  • Demat Account एक Digital Wallet या bank account की तरह होता हैं जिसके आपके ख़रीदे गए shares बिल्कुल सुरक्षित रहते हैं यानि इसमें Physical Certificate की तरह shares के चोरी होने या ख़राब होने का डर नहीं रहता हैं।
  • Demat Account का सारा काम online ही होता हैं। अतः आप इसे कहीं से भी operate कर सकते हो।
  • Demat Account की मदद से अपने shares को किसी दूसरे person के Demat Account में आसानी से transfer कर सकते हैं।
  • Demat Account में जमा शेयर्स या financial securities को एक investor किसी भी बैंक से लोन लेने के दौरान securities के रूप में उपयोग कर सकता हैं। यानि इसकी मदद से आसानी से bank loan लिया जा सकता हैं।
  • Demat Account किसी भी Investor के वित्तीय लेनदेन को आसान और फ़ास्ट बनाता हैं।
  • जरुरत पड़ने पर कोई भी Investor अपने Demat Account को आसानी से अस्थायी रूप से freeze कर सकता हैं।
  • एक इन्वेस्टर bank account की तरह अपने सभी debit, credit और balance check कर सकता हैं।
  • एक इन्वेस्टर अपने सभी प्रकार के Bonds, Stocks, Shares या अन्य वित्तीय प्रतिभूतियों को एक ही Demat Account में रख सकता हैं और manage कर सकता हैं। यानि ये एक Investor के portfolio को संभाल कर रखता हैं।
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डीमैट अकाउंट कैसे खोलें?

Demat Account खोलने के लिए एक इन्वेस्टर को अच्छे से Share Broker की जरूरत होती हैं क्यूंकि आप direct स्टॉक मार्केट में Invest नहीं कर सकते। इसके लिए जरुरत होती हैं एक अच्छे share broker की।

Demat Account ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरह से खोला जा सकता हैं।

ऑफलाइन:

  • ऑफलाइन अकाउंट खोलने के लिए आप एक अच्छे से share broker को तलाशे। यानि जो SEBI के साथ Registered हो।
  • अकाउंट खुलवाने से पहले आप उसके service charges और rules को अच्छे से पढ़ ले।
  • इसके बाद ऑफलाइन आवेदन पत्र भरे।
  • अपने account की KYC करवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा कराये।
  • Verification के बाद आपके Demat Account की जानकारी प्राप्त होगी।

ऑनलाइन:

  • ऑनलाइन Demat Account खुलवाने के लिए आप अपने मनपसंद शेयर ब्रोकर (डिपाजिटरी प्रतिभागी) की वेबसाइट पर जाये और अपने Registered mobile number से ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरे।
  • आपको अपने मोबाइल पर OTP Number प्राप्त होगा।
  • उस OTP Number को वेबसाइट के फॉर्म में भरे।
  • इसके बाद आपको अपने आवश्यक documents अपलोड करने होंगे।
  • Verification होने के बाद आपका Demat Account चालू हो जायेगा।

डीमैट और ट्रेडिंग खाते के बीच अंतर:

आईये अब जानते हैं कि Demat Account और Trading Account में क्या अंतर होता हैं। तो फ्रेंड्स किसी भी प्रकार ही वित्तीय प्रतिभूतियों (Shares, Bonds, Stocks etc.) में invest करने या share market में online trading करने के लिए एक investor को दो तरह के अकाउंट की जरुरत होती हैं Demat Account और Trading Account की।

आजकल किसी भी शेयर ब्रोकर के पास online account खुलवाने के दौरान ही ये दोनों अकाउंट एक साथ open करके दिए जाते हैं।

अब बात करते हैं कि दोनों में क्या difference होता हैं?

Demate Account: (डीमैट अकाउंट क्या है)

तो जैसा कि हमने पूर्व में जाना कि Demat Account एक online wallet या Bank Account की तरह होता हैं जिसमें एक investor के खरीदी गयी वित्तीय प्रतिभूतिया (shares, bonds stocks etc.) जमा होती हैं।

यानि अगर आप किसी कम्पनी के shares को खरीदते हैं तो वो shares आपके इसी Demat account में जमा होते हैं। अर्थात ये आपके stocks का debitऔर credit खाता होता हैं।

Trading Account: (ट्रेडिंग अकाउंट क्या है)

Trading Account किसी भी स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने यानि शेयर खरीदने और बेचने के काम आता हैं। इसकी मदद से ही एक इन्वेस्टर shares या अन्य securities को खरीदने और बेचने का कार्य कर पाता हैं।

ये Trading Account इन्वेस्टर के बैंक अकाउंट से link होता हैं और जब इन्वेस्टर को कोई shares खरीदने होते हैं तो पहले उसे अपने बैंक अकाउंट से अपने Trading Account में कुछ पैसे transfer करने होते हैं।

Trading Account में पर्याप्त बैलेंस होने पर ही एक इन्वेस्टर Online Trading कर सकता हैं। यानि तभी shares या bonds खरीद और बेच सकता हैं।

और जब इन्वेस्टर शेयर्स खरीद लेता हैं तो ये सारे शेयर्स उसके Demat Account में जाकर जमा हो जाते हैं। Demate Account से खाता धारक अपने सभी transaction को चेक कर सकता हैं और साथ अपनी financial securities को किसी दूसरे के खाते में Transfer भी कर सकता हैं।

इस प्रकार एक investor को stock market में ट्रेडिंग करने के लिए Demat Account और Trading Account दोनों की जरूरत होती हैं। बस यही हैं सिम्पल सा फंडा एक Demat Account और Trading Account का।

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FAQs (डीमैट अकाउंट क्या है, ट्रेडिंग अकाउंट क्या है?):

प्रश्न – डीमैट अकाउंट का क्या फायदा है?

उत्तर : डीमैट अकाउंट के फायदे:
1. दस्तावेजों के नुकसान का कम जोखिम भौतिक बांड्स (Physical Bonds) और शेयर्स में 2. कागजात के खोने की सम्भावना ज्यादा रहती है। …
3. धोखाधड़ी से बचना (Avoiding Forgery) …
4. लोन की सुविधा …
5. कम लागत (Cost-Effective) …
6. समय की बचत …
7. आसान ट्रैकिंग …
8. डीमैट सिक्योरिटीज पर कोई टीडीएस नहीं …
9. वैश्विक निवेश (Global Investment )

प्रश्न – डीमैट अकाउंट का मतलब क्या होता है?

उत्तर : डीमैट अकाउंट का मतलब Dematerial Account होता हैं। यह एक बैंक अकाउंट की तरह होता है जिसमें शेयर, म्यूचअल फंड, बॉन्ड या इटीएफ आदि ऐसी निवेश की जाने वाली सिक्योरिटीज को डिजिटल रूप में जमा रखा जाता है।

प्रश्न – डीमैट अकाउंट के नुकसान क्या है?

उत्तर : 1. प्रत्येक Buy और Sell पर ब्रोकरेज चार्ज देना होता है
2. हर साल मेंटेनन्स चार्ज लगता है।

प्रश्न – सबसे अच्छा डिमैट अकाउंट कौन सा है?

उत्तर : ज़ेरोधा, अपस्टॉक, एंजेल वन, मोतीलाल ओसवाल, शेयर खान

प्रश्न – डीमैट अकाउंट में हम कितना पैसा रख सकते हैं?

उत्तर : इसकी कोई लिमिट तय नहीं की गयी है।

प्रश्न – डीमैट खाता खोलने में कितने दिन लगते हैं?

उत्तर : इसकी पूरी प्रक्रिया होने में 2 से 3 दिन लगते है।

प्रश्न – भारत में कितने डीमैट खाता है?

उत्तर : अगस्त 2022 तक लगभग 22 लाख डीमैट खाते खुल चुके है।

प्रश्न – डीमैट अकाउंट के लिए उम्र कितनी होनी चाहिए?

उत्तर : मिनिमम 18 वर्ष

प्रश्न – क्या डीमैट अकाउंट पर कोई टैक्स लगता है?

उत्तर : डीमैट खाते पर कोई शुल्क नहीं लगता लेकिन इस खाते द्वारा शेयर खरीदने और बेचने पर ब्रोकरेज चार्ज जरूर लगता हैं। इसके आलावा शेयर बेचने पर होने वाले प्रॉफिट पर भी टैक्स लगता है।

प्रश्न – डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर : डीमैट अकाउंट तीन प्रकार के होते हैं:
1. रेगुलर डीमैट अकाउंट
2. रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट
3. नॉन-रिपेट्रिएबल डीमैट अकाउंट

प्रश्न – एक आदमी कितने डीमैट अकाउंट खोल सकता है?

उत्तर : इसकी कोई लिमिट नहीं है।

Conclusion:

तो इस प्रकार आपने जाना कि कि डीमैट अकाउंट क्या होता हैं (Demat Account Kya Hota Hai), डीमैट अकाउंट के फायदे क्या हैं, Demat Account कैसे खोले और साथ में आपने ये भी जाना कि Demat Account और Trading Account में क्या अंतर होता हैं?

अगर आपको ये जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने फ्रेंड्स और फैमिली के साथ शेयर जरूर करें। यदि कोई सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके जरूर बताये। मैं जल्दी ही आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करूँगा। धन्यवाद।

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Rakesh Verma

Rakesh Verma is a Blogger, Affiliate Marketer and passionate about Stock Photography.

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